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हल्द्वानी। बनभूलपुरा के मलिक का बगीचा स्थित मदरसे एवं नमाज वाले भवन मामले में भारी विरोध के बीच प्रशासन को अपना फैसला बदलना पड़ा। देर रात ध्वस्तीकरण का आदेश बदलते हुए इन भवनों को सील कर दिया है।
दरअसल बीते दिनों नगर निगम और प्रशासन ने बनभूलपुरा के मलिक का बगीचा में अवैध अतिक्रमण हटाते हुए भूमि को कब्जामुक्त कराया था। उस दौरान भूमि से सटे नमाजस्थल और मदरसे को नगर निगम ने अवैध बताते हुए नोटिस जारी किया था। नजूल की भूमि पर बने नमाज स्थल और मदरसे को रविवार को तोड़ा जाना था। इसे लेकर शनिवार शाम पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने फोर्स के साथ क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला। जब मार्च मलिक के बगीचा में पहुंचा तो स्थानीय महिलाओं ने विरोध जताते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया।
उन्होंने पुलिस की भी एक न सुनी और महिलाएं व युवतियां बड़ी संख्या में एकत्र होकर नजूल भूमि पर बने धार्मिक स्थल के पास बैठ गईं। देर रात तक महिलाएं नमाज स्थल के पास बैठी रहीं। ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को लेकर शनिवार को बनभूलपुरा में पुलिस व पीएसी पहुंच गई। देर शाम हुए प्रदर्शन के बाद ऊधमसिंह नगर व अन्य जिलों से भी फोर्स मंगाया गया। विरोध को देखते हुए प्रशासन को अपनी रणनीति बदलनी पड़ी और देर रात सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसडीएम पारितोष वर्मा, सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट समेत नगर निगम की टीम ने दोनों भवनों को भारी फोर्स की मौजूदगी में सील कर दिया।