वोट के बीच विवाद: विधायक ने लगाया दरोगा पर गंभीर आरोप, जांच शुरू

उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के दूसरे चरण के मतदान के दौरान रामनगर के शंकरपुर पोलिंग बूथ पर सोमवार को उस समय हंगामा हो गया जब स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट और चुनाव ड्यूटी में तैनात दरोगा राजवीर नेगी के बीच तीखी नोकझोंक हो गई।

हंगामे की वजह दरोगा द्वारा मतदाताओं के साथ कथित अभद्र व्यवहार बताई जा रही है। विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने आरोप लगाया कि दरोगा सुबह से ही मतदाताओं को डराने-धमकाने का प्रयास कर रहे थे और उन्हें मतदान केंद्र से वापस भेज रहे थे। उन्होंने दावा किया कि बुजुर्ग मतदाताओं से भी दरोगा ने बदसलूकी की।

विधायक ने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप बताते हुए आरोप लगाया कि यह सब एक “प्री-प्लानिंग” के तहत हो रहा है। उन्होंने चुनाव के नोडल अधिकारी एवं एसडीएम प्रमोद कुमार से शिकायत कर दरोगा को तत्काल हटाने की मांग की। साथ ही कहा कि मतदाता बिना भय के मतदान कर सकें, यह सुनिश्चित करना पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है।

सूचना मिलते ही एसडीएम प्रमोद कुमार, सीओ सुमित पांडे और कोतवाल अरुण कुमार सैनी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। एसडीएम ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बूथ पर सुबह अधिक भीड़ होने के कारण दरोगा ने व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से कुछ निर्देश दिए थे। हालांकि यदि उनके व्यवहार में कोई अनुशासनहीनता पाई गई तो निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। विधायक ने स्पष्ट कहा कि यदि कोई अधिकारी मतदान प्रक्रिया में बाधा पहुंचाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

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