
उत्तराखंड के श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनके शासकीय आवास पर शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने चारधाम यात्रा के दूसरे चरण की तैयारियों, बीकेटीसी के अस्थायी कर्मचारियों के वन टाइम सेंटिमेंट, और त्रियुगीनारायण धाम को वेंडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने सहित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की।
बीकेटीसी अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि इस वर्ष मई-जून के दौरान रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु बदरीनाथ और केदारनाथ धाम पहुंचे, लेकिन बरसात के दौरान आई आपदा से जानमाल की क्षति हुई, जिससे यात्रा पर असर पड़ा। इसके बावजूद, राज्य सरकार के सही समय पर हस्तक्षेप और राहत कार्यों के चलते चारधाम यात्रा मार्ग फिर से सुचारू हो गया है।
उन्होंने जानकारी दी कि 6 सितंबर से यात्रा नियमित रूप से चल रही है, और केवल तीन दिनों में श्री बदरीनाथ धाम में 8,421 और श्री केदारनाथ धाम में 17,770 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए हैं। अब तक कुल 12,99,880 श्रद्धालु बदरीनाथ और 14,93,170 श्रद्धालु केदारनाथ में दर्शन कर चुके हैं। दोनों धामों में अब तक कुल 27,93,050 तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं। श्राद्ध पक्ष को देखते हुए श्रद्धालुओं की संख्या में और वृद्धि की संभावना जताई गई है।
अध्यक्ष द्विवेदी ने बीकेटीसी कर्मचारियों के लिए वन टाइम सेंटिमेंट की प्रक्रिया को तेज करने का आग्रह किया, जिस पर मुख्यमंत्री ने शासन को आवश्यक निर्देश देने का आश्वासन दिया। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत त्रियुगीनारायण मंदिर को वेंडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने, सीमा माता मंदिर (जोशीमठ) के जीर्णोद्धार, देहरादून में बीकेटीसी कार्यालय हेतु भूमि आवंटन, और धामों में पूजा सामग्री पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर सुविधा उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री धामी ने सभी सुझावों पर सकारात्मक विचार करने और शासन स्तर से हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया। उन्होंने चारधाम यात्रा को और अधिक सुविधाजनक, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।