
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के चलते पहाड़ी क्षेत्रों की नदियां और नाले उफान पर हैं। इसी कड़ी में नैनीताल जिले के चोरगलिया थाना क्षेत्र स्थित शेरनाले में देर रात बड़ा हादसा टल गया, जब एक फॉर्च्यूनर कार तेज बहाव में बह गई। कार में सवार सभी 10 पर्यटकों को पुलिस और मजदूरों ने समय रहते रेस्क्यू कर लिया।
जानकारी के अनुसार, यह घटना रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात करीब 12:30 बजे हल्द्वानी-सितारगंज मार्ग पर हुई। पीलीभीत (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले पर्यटक जागेश्वर धाम (अल्मोड़ा) से लौट रहे थे। चोरगलिया के शेरनाले को पार करते समय तेज बहाव के बावजूद फॉर्च्यूनर चालक ने वाहन नाले में उतार दिया। स्थानीय मजदूरों ने चालक को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन उसने चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया।
जैसे ही कार नाले में उतरी, वह बहाव के साथ बहने लगी और कुछ दूरी पर जाकर एक बड़े पत्थर में फंस गई। इस दौरान कार में बैठे सभी लोग बाहर निकलकर कार की छत पर चढ़ गए और मदद का इंतजार करने लगे।
स्थानीय मजदूरों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही चोरगलिया थाना प्रभारी राजेश जोशी के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मजदूरों की सहायता से सभी 10 पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। हादसे में कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आई हैं, हालांकि सभी की स्थिति सामान्य बताई जा रही है।
थाना प्रभारी जोशी ने बताया कि शेरनाले में हर वर्ष बरसात के दौरान जलस्तर अचानक बढ़ जाता है। क्षेत्र में चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं और पानी बढ़ने की स्थिति में पुलिस की तैनाती भी की जाती है। इसके बावजूद कई लोग जोखिम उठाकर नाले को पार करने की कोशिश करते हैं।
फिलहाल, फंसी हुई फॉर्च्यूनर कार को बाहर निकालने का प्रयास जारी है। प्रशासन ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि मानसून के दौरान नालों व नदी क्षेत्रों को पार करते समय पूरी सतर्कता बरतें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें।