
उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली क्षेत्र में देर रात बादल फटने से मची भारी तबाही के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है। टूनरी गदेरा और आसपास के इलाकों में आए मलबे के सैलाब ने थराली बाजार को पूरी तरह से ढक दिया। कई वाहन मलबे में बहते हुए सड़कों से होते हुए लोगों के घरों तक पहुंच गए। इसके चलते थराली–सागवाड़ा मार्ग और थराली–ग्वालदम मार्ग (मिंग्गदेरा के पास) पूरी तरह अवरुद्ध हो गए हैं।
कुछ ही दिन पहले उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना सामने आई थी और अब चमोली की इस आपदा ने फिर से राज्य को झकझोर कर रख दिया है। इस आपदा में एसडीएम आवास समेत कई मकान मलबे में दब गए हैं, जिससे जान-माल के बड़े नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “चमोली के थराली क्षेत्र में बादल फटने की दुखद सूचना मिली है। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं। मैं लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और स्थिति पर स्वयं नजर रखे हुए हूं। ईश्वर से सभी की कुशलता की प्रार्थना करता हूं।”
चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी स्वयं घटनास्थल पर मौजूद हैं और राहत कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने स्थानीय नागरिकों से बातचीत कर हालात की जानकारी ली। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस बल की टीमें लगातार प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
इस बीच प्रशासन ने हरमनी के पास बंद मार्ग को खोल दिया है, जिससे राहत कार्यों में तेजी आ सके। भारी बारिश को देखते हुए थराली, देवाल और नारायणबगड़ विकासखंड के सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।