उत्तराखंड पुलिस को बड़ी सफलताः 25000 रुपये का इनामी अपराधी यहां से गिरफ्तार

उत्तराखंड पुलिस ने इनामी अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बड़ी सफलता हासिल की है। राज्य पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) और लोहाघाट पुलिस के संयुक्त प्रयास से 25,000 रुपये का इनामी अपराधी जगमोहन सिंह को पंजाब के अमृतसर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। यह अपराधी ठगी और धोखाधड़ी के मामलों में लंबे समय से फरार था और उसके खिलाफ उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में कई मामले दर्ज थे।

एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर के निर्देशन में सीओ एसटीएफ आरबी चमोला की देखरेख में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। गिरफ्तार किए गए अपराधी पर चम्पावत जनपद में 2018 में एक फर्जी फाइनेंस कंपनी खोलकर लाखों रुपये ठगने का आरोप है। आरोपी ने ‘किम फ्यूचर विजन सर्विसेज लिमिटेड’ नामक कंपनी खोली थी, जिसमें उसने निवेशकों को धन दोगुना करने का झांसा देकर उनके पैसे हड़प लिए थे। ठगी के शिकार लोकमणी जोशी ने लोहाघाट थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद आरोपी फरार हो गया था।

आरोपी की तलाश के दौरान वह अदालत द्वारा फरार घोषित किया गया था और इस पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस ने लंबे समय से उसकी तलाश जारी रखी थी और हाल ही में एसटीएफ को आरोपी की लोकेशन की गुप्त सूचना मिली, जिसके बाद टीम ने अमृतसर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। अब उसे ट्रांजिट रिमांड पर उत्तराखंड लाया गया है, जहां लोहाघाट थाने में उसके खिलाफ दर्ज मामलों में कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

जगमोहन सिंह के खिलाफ उत्तराखंड के लोहाघाट, नैनीताल, पिथौरागढ़, उधम सिंह नगर, हरियाणा के अंबाला और उत्तर प्रदेश के बस्ती में धोखाधड़ी और ठगी के कई मामले दर्ज हैं। एसएसपी नवनीत भुल्लर ने इस सफलता पर कहा कि इनामी अपराधियों के खिलाफ इस तरह के अभियान को जारी रखा जाएगा, ताकि राज्य में अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सके।

एसटीएफ टीम में निरीक्षक एमपी सिंह, उपनिरीक्षक बृजभूषण गुररानी, सहायक उपनिरीक्षक प्रकाश भगत, मुख्य आरक्षी जगपाल सिंह, आरक्षी गुरवंत सिंह, और लोहाघाट पुलिस टीम के प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार, सहायक उपनिरीक्षक धर्मेंद्र प्रसाद, मुख्य आरक्षी वजीर चंद शामिल रहे।

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