बैंक कर्मियों की चेतावनी- नैनीताल बैंक का विनिवेश नहीं किया जाएगा बर्दाश्त

नैनीताल। नैनीताल बैंक के विलय की सुगबुगाहट से आक्रोशित बैंक कर्मचारियों ने प्रधान कार्यालय में प्रदर्शन कर आक्रोश जताया। उनके इस प्रदर्शन को दूसरे शहरों के बैंक कर्मियों और ग्राहकों ने भी समर्थन दिया है। बैंक कर्मियों ने स्पष्ट किया है कि विलय किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसे लेकर कर्मियों ने ज्ञापन भी सौंपा है।

धरना प्रदर्शन के दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि नैनीताल बैंक नैनीताल के विनिवेश के संदर्भ में समाचार पत्रों सहित अन्य माध्यमों से विनिवेश की सूचनाएं मिलती रही हैं और बैंक कर्मियों समेत अनेक संगठनों द्वारा समय समय पर आंदोलन किए जाते रहे हैं। विलय को लेकर बैंक कर्मचारी व अधिकारी  भविष्य को लेकर आंशकित है। साथ ही शेयर धारको सहित बैंक के ग्राहक उहापोह की स्थिति में है। जिसके चलते बैंक के कामकाज व व्यापार में भी असर पड़ रहा है, जो किसी भी दशा में ठीक नही है।  समाचारों पत्रों सहित अन्य सूत्रों से प्रसारित संदेहास्पद खबरों के कारण नैनीताल के आम जन मानस में भी भारी रोष व्याप्त  है।

पूर्व में भी बैंक के शेयर धारकों सहित बैंक से संबंधित संगठनों द्वारा प्रत्यावेदनों एवं मौखिक रूप से कई अवसरों पर उक्त के सन्दर्भ में सम्बन्धितों को चेताने का काम किया है,  किन्तु बेहद अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि उपरोक्त विषय गंभीरता को दरकिनार कर सुनियोजित षड्?यंत्र कर बैंक को बदनाम किए जाने की कोशिश की गई है। जिसके चलते असधारको का विश्वास भी लडख़ड़ाने लगा है। धरना प्रदर्शन के बाद ज्ञापन बैंक प्रबंध निदेशक निखिल मोहन को सौंपा गया। उन्होंने आश्वासन दिया कि ग्राहकों को घबराने की जरूरत नहीं है।  कर्मचारियों की मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचा देंगे। वक्तराओं में एन बी एस ए के महासचिव प्रवीण साह, एन बी ओ एफ के सचिव रजत साह, व्यापारी नेता त्रिभुवन फर्त्याल,  मुकेश, निर्मल जोशी, गौरव तिवारी, सुधीर सिंह, प्रकाश कांडपाल, आर सी शर्मा, कुलदीप रावत, शरद दुबे, सोनू नेगी, अभिषेक अग्रवाल, शैलेंद्र नेगी, गौरव तिवारी, सौरभ शर्मा व महेश गुप्ता आदि मौजूद थे।

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