उत्तराखंड के ऋषिकेश में शनिवार सुबह भीषण अग्निकांड हो गया। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पास शिवाजी नगर क्षेत्र की आबादी में गौ आश्रम में अचानक आग भड़क गई। इससे अफरा-तफरी मच गई। इस अग्निकांड में तीन गोवंशी पशु जल गए। जबकि लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई।
शिवाजी नगर की घनी आबादी के बीच मोनी बाबा नाम के एक व्यक्ति ने गौआश्रम बना रखा है। यहां गोवंश ही नहीं बल्कि एम्स में आने वाले मरीज और उनके तीमारदारों को भी ठहराया जाता है। जिनका कुछ भी लेखा-जोखा आश्रम स्वामी के द्वारा नहीं रखा जाता है। शनिवार की सुबह जब यह अग्निकांड हुआ तो पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम को आवश्यक जानकारी जुटाने में काफी परेशानी आई।
बताया जाता है कि यहां सुबह-सुबह रसोई में कुछ बनाया जा रहा था। भूसे का ढेर भी यहां काफी मात्रा में लगा हुआ है, जिसमें आग लगी। हरिद्वार से एक साध्वी अपने माता-पिता को लेकर यहां आई थी। उसे एम्स में जाना था, वह भी आग से झुलस गई है। पुलिस के अनुसार यहां पर करीब 12 लोग रात में ठहरे हुए थे। जिन्होंने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। जबकि इस अग्निकांड में तीन गोवंशीय पशु जल गए। जबकि इस घटना में एक साध्वी के मामूली रूप से झुलसने की खबर है। फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम ने आग पर काबू पाया।